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Gratitude journaling ke benefits

Gratitude journaling यानी कृतज्ञता का अभ्यास करना, एक सिंपल लेकिन बहुत पावरफुल आदत है! जब आप रोज़ अपनी ज़िंदगी की अच्छी चीज़ों को नोट करते हैं, तो आपकी मेंटल हेल्थ और खुशी में बड़ा पॉजिटिव बदलाव आ सकता है। 


🌈 1. पॉजिटिविटी बढ़ती है:

जब आप रोज़ उन चीज़ों पर फोकस करते हैं जिनके लिए आप शुक्रगुजार हैं, तो नेगेटिव थॉट्स की जगह पॉजिटिव वाइब्स लेने लगते हैं। आपकी लाइफ को देखने का नजरिया बदल जाता है।


🧠 2. स्ट्रेस और एंग्जायटी कम होती है:

कृतज्ञता लिखने से आपका दिमाग रिलैक्स होता है। इससे आप ज्यादा शांत महसूस करते हैं और छोटी-छोटी चीजों में भी खुशियां ढूंढ पाते हैं।


❤️ 3. बेहतर मेंटल हेल्थ:

शोध बताते हैं कि जो लोग रेगुलरली ग्रैटिट्यूड प्रैक्टिस करते हैं, उनमें डिप्रेशन और लो-मूड की समस्या कम होती है। आपको अपनी लाइफ ज्यादा फुलफिलिंग लगने लगती है।


🛌 4. बेहतर नींद:

सोने से पहले अगर आप दिनभर की अच्छी चीज़ों को लिखते हैं, तो आपके दिमाग में पॉजिटिव सोच बनी रहती है, जिससे आपको जल्दी और गहरी नींद आती है।


👩‍❤️‍👨 5. रिश्ते मजबूत होते हैं:

जब आप अपने करीबियों की अच्छाइयों पर ध्यान देते हैं और उनके लिए आभार व्यक्त करते हैं, तो आपके रिश्ते ज्यादा गहरे और हेल्दी बन जाते हैं।


🎯 6. सेल्फ-अवेयरनेस बढ़ती है:

जर्नलिंग के जरिए आप खुद को और अपनी फीलिंग्स को बेहतर समझ पाते हैं। इससे आपको पता चलता है कि कौन-सी चीजें सच में आपकी खुशी के लिए जरूरी हैं।


🔥 कैसे शुरू करें ग्रैटिट्यूड जर्नलिंग?

  • रोज़ 3 चीजें लिखें: जिनके लिए आप शुक्रगुजार हैं (चाहे वो छोटी चीजें ही क्यों न हों)।
  • डिटेल में लिखें: सिर्फ "मैं खुश हूं" लिखने की बजाय, ये लिखें कि आप क्यों खुश हैं।
  • कंसिस्टेंसी बनाए रखें: इसे अपने मॉर्निंग या नाइट रूटीन का हिस्सा बनाएं।
  • छोटी खुशियों पर ध्यान दें: जैसे सूरज की रोशनी, किसी दोस्त की स्माइल, या एक अच्छा कप चाय

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